आदमी की खोपड़ी कभी नहीं भरती || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2012)
2019-11-24
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वीडियो जानकारी:
संवाद सत्र
२९ अगस्त २०१२
एम.आई.टी, मुरादाबाद
प्रसंग:
आदमी की खोपड़ी कभी क्यों नहीं भरती हैं?
हमें संतुष्टि कहाँ मिलेगी?
मै जो चाहता हूँ वो कभी पूरा क्यों नहीं होता है?
संगीत: मिलिंद दाते